नवरात्रि में भूलसे भी ना करे ये 10 काम माँ दुर्गा क्रोधित हो जाएगी | Navaratri 2023

 

                            Navratri

नमस्कार दोस्तों, जल्दी ही अधिक माह समाप्त हो रहा है और माता जी का आगमन होने वाला है अर्थात नवरात्रि शुरू होने वाली है जिसका हम सभी भक्तों को बेसब्री से इंतजार है क्योंकि इस बार अधिक महिना आ जाने की वजह से नवरात्रि शुरू होने में एक महीने की देरी हो गई है। हम सभी जानते हैं कि नवरात्रि वर्ष में दो बार आती हैं जिन्हें हम चैत्र और शारदीय नवरात्रि के नाम से जानते हैं। क्योंकि हिंदू मान्यता में हर त्योहार मनाने के पीछे कोई ना कोई वजह या कहानी जरूर होती है। तो नवरात्रि वर्ष में दो बार मनाने के पीछे भी

एक मनोरंजक कहानी है। इन्हीं कहानियों को हम हमारे इस चैनल पर प्रसारित करते ही रहते है। अभी जो नवरात्रि चल रही  है दोस्तों वो चैत्र  नवरात्र है, जो 22 मार्च  से शुरू होकर 30 मार्च  तक रहेंगी। इन दिनों में माँ के नौ रूपों की आराधना पूरे भक्तिभाव से होगी। मित्रों, माता के कई रूप हैं और माँ का हर रूप ही भक्तों को सुख, समृद्धि और शक्ति देने वाला है। अपने भक्त के एक छोटे से प्रयास से ही माँ तुरंत प्रसन्न होकर उसकी झोली खुशियों से भर देती है। वहीं उसकी एक छोटी सी भूल भी कई बार उन्हें नाराज कर जाती है।

अर्थात  जितनी जल्दी माँ प्रसन्न होती है उतनी ही जल्दी रुस्त भी हो जाती है। अतः हम सभी को निरंतर प्रयास करना चाहिए की माँ को सदैव प्रसन्न रखें। दोस्तों हम ये तो अच्छी तरह से जानते हैं कि नवरात्रि में हमें ऐसे क्या क्या काम करने चाहिए जिससे माँ हम पर प्रसन्न हो जाए और हम पर कृपा करके हमें मनचाहा फल प्रदान करे जो हम करते ही हैं। पर क्या हम ये जानते हैं कि हमारे किन गलतियों से माँ नाराज हो सकती है और हमें उनके क्रोध का सामना तक करना पड़ सकता है? तो आज के हमारे इस वीडियो में हम बड़े ही सटीक, आसान

और  सरल शब्दों में आपको बताने जा रहे हैं की नवरात्र में वो क्या काम है जो हमें बिल्कुल भी नहीं करने चाहिए। तो दोस्तों इस वीडियो को अंतत जरूर देखिये और देखिए कि अनजाने में पहले कभी आपसे ये गलतियाँ तो नहीं हो रही थी और कहीं इन्हीं गलतियों की वजह से ही आप माँ की कृपा से वंचित हो रहे थे और सारे जतन कर के भी माँ पर खुश नहीं हो रही थी? तो चलिए जल्दी से शुरू करते हैं आज का हमारा ये विडिओ ताकि आप भी इन गलतियों को करने से बचें और माँ की कृपा के पात्र बने दोस्तों। सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात तो ये है कि

माँ  को व्रत या पूजा पाठ करने पर मजबूर नहीं करतीं परंतु यदि आप कर ही रहे हो तो अपनी संपूर्ण श्रद्धा, भक्ति और विश्वास से करें। माँ की आराधना करते समय मन में किसी भी प्रकार की शंका या दुर्भावना बिल्कुल भी ना करें, क्योंकि जीस मन में शंका या दुर्भावना होती है। वो मन शांत नहीं हो सकता और अशांत मन से पूजा पाठ करने में कोई भी तुक नहीं है। मन में माँ के प्रति हमेशा सम्मान की भावना रखें। दूसरी बात नवरात्रि में किसी भी प्रकार के अपशब्दों का प्रयोग अथवा गाली गलौज

झूठ, चुगली, बुरा ई इत्यादि बुरी बातों का मुँह से निकलने से बचना चाहिए क्योंकि जीस मुख से हम माता का पवित्र नाम स्मरण, मंत्र, जाप और आरती इत्यादि करते हैं। उस मुख से निकलने वाले शब्द भी पवित्र होने चाहिए। तीसरी बात नवरात्रि में हर तरह के मांस और तामसिक आहार तथा शराब और तम्बाकू आदि का सेवन कतई नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे मनुष्य का अपने मन और मस्तिष्क पर नियंत्रण नहीं होता है। तामसी आहार शारीर में उष्णता का निर्माण करता है, जिसका प्रभाव

सीधा हमारे हृदय पर पड़ता है और शराब, तंबाकू इत्यादि की क्या दुष्प्रभाव हमारे शरीर पर होते हैं इनसे हम भली भांति परिचित हैं। इसलिए जहाँ तक संभव हो सात्विक भोजन का ही सेवन करें। खासकर खट्टी चीजें खाने से परहेज करें। चौथी बात किसी भी जरूरतमंद को और कन्या को अपने घर से खाली हाथ न जाने दें। किसी की मदद करने से माँ यूं भी बहुत प्रसन्न होती है और जरूरतमंद की मदद करने पर तो माँ की कृपा आप पर अवश्य ही होंगी और कन्या तो माँ का ही रूप होती है। इन दिनों में माँ कन्या के रूप में विचरण करती है।

अच्छा, यदि कोई कन्या हमारे घर से खाली हाथ चली गयी तो समझो माँ को ही हमने खाली हाथ भेज दिया तो जीस माँ ने हमें इतना सामर्थ्य दिया है कि हम किसी के लिए कुछ कर सके तो जरूर करें अन्यथा माँ को यह बात अच्छी नहीं लग सकती। पांच ही बात नहीं इन दिनों में बाल न कटवाएं, दाढ़ी न बनाएं और नाखून नहीं काटें, क्योंकि बाल और नाखून को बढ़ने में हमारे शरीर की ऊर्जा का प्रयोग होता है और इस समय उपवास आदि करने वाले लोगों को शक्ति की बहुत आवश्यकता होती है। छठी बात चमड़े की वस्तुओं जैसे भेड़, पर्स इत्यादि के उपयोग से बचें।

क्योंकि ऐसे पशुओं को मारकर बनाया जाता है जो माँ को कभी भी अच्छा नहीं लगेगा। साथ ही बाद कलश या अखंड दीपक को यदि घर में रखा है तो उसे छोड़ कर घर को बंद करके जाना नहीं चाहिए। कल है जो की हमारे आस्था का और माँ के सम्मान का प्रतीक है। यदि किसी घरेलू जानवर के धक्के से गिर जाए तो यह हमारे लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है। वहाँ पर महा विराजमान होती है और जलता हुआ दीपक गिर जाए तो घर में आग लग कर अनचाही दुर्घटना भी हो सकती है, क्योंकि दिए को बुझने से बचाने के लिए हम इसमें ज्यादा तेल डालते रहते हैं। आठवीं बात

माता का नाम स्मरण पाठ, मंत्र जाप आदि पूरी श्रद्धा और भक्ति और नियम के साथ करें और अत्यावश्यक ना हो तो बीच में ना उठे और ना ही किसी से बात करें। इससे आपका ध्यान भटकेगा। नौवी  बात दिन में ना सोए क्योंकि श्री विष्णु पुराण के अनुसार नवरात्रि के समय दिन में सोना वर्जित है। इसके पीछे की रोचक कथा हम किसी और वीडियो में सुनेंगे। दसवीं बाद मासिक धर्म के समय मंदिर इत्यादि में जाने से बचें जो की  कई और भी बातें हैं जो नवरात्रि के समय ध्यान में रखनी चाहिए। जैसे परंतु यदि उपरोक्त सभी बातों का ध्यान रखा जाये

तो माँ हम पर अवश्य ही प्रसन्न होंगी, जो कि नवरात्रि शक्ति और भक्ति का पर्व है। मैं आपसे एक निवेदन करना चाहूंगा। दोस्तों की संपूर्ण स्त्री जाति में ही माता का अंश है, इसलिए कृपया आप सभी माताओं और बहनों का सम्मान करें और उनका आदर करें। आशा करता हूँ क्या आप सभी इन बातों को ध्यान में रखते हुए नवरात्रि का त्योहार मनाएंगे और ढेरों खुशियां पाएंगे? धन्यवाद।

 

Related Posts

Subscribe Our Newsletter

0 Comments to "नवरात्रि में भूलसे भी ना करे ये 10 काम माँ दुर्गा क्रोधित हो जाएगी | Navaratri 2023"

Post a Comment