तुलसी में कौन सा जल नहीं चढ़ाना चाहिए, घोर पाप लगता है ? Tulsi

  


दोस्तों तुलसी में घर का ऐसा जल भूलकर भी मत चढ़ा ना पूरा घर कंगाल हो जाएगा।  घर में गरीबी आ जाएगी।   इसी के साथ हम जानेगे कि किस दिन महिलाओं को तुलसी माँ को कभी भी गलती से भी जल नहीं देना चाहिए वरना होता है घोर अनर्थ माँ तुलसी के साथ ही माँ लक्ष्मी भी हो जाती है क्रोधित तो पूरी जानकारी के लिए विडिओ को अंत तक  जरूर देखना।


शास्त्रों के अनुसार जहाँ पर तुलसी का पौधा होता है तो वहाँ पर साक्षात महालक्ष्मी अस्थाई रूप से वास करती हैं। आपको बता दें कि जो व्यक्ति सही तरीके से तुलसी की पूजा पाठ और देखभाल अगर कर लेता है तो सदैव महालक्ष्मी उसके घर में अपना स्थान बना लेती है लेकिन तुलसी के कुछ वास्तु नियमों को आप को ध्यान में रखना अवश्य है। ऐसे में आइए उन वास्तु नियमों के बारे में जानते हैं नंबर।


एक नियमित तौर पर तुलसी के दर्शन करने और हाथ जोड़ने से व्यक्ति के सभी पाप खत्म हो जाते हैं। ऐसे में उसके अंदर एक नई ऊर्जा का संचार होता हैजो उसे कामयाब बनाती है। नंबर दो शास्त्रों के अनुसारतुलसी माता अगर जीस व्यक्ति पर मेहरबान हो जाए तो उसे रंग से राजा बना देती है। इसीलिए माता लक्ष्मी की सच्चे दिल से जो व्यक्ति पूजा पाठ करता है उसे उसका फल अवश्य मिलता है।

 

नम्बर तीन तुलसी के पौधे में प्रतिदिन पूजा पाठ और शाम को दीपक जलाने से व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूरी होती है। नंबर चार यदि आपका कारोबार कम चलता है या पूरी तरह से ठप हो गया है तो ऐसे में आप परेशान ना हों। हर शुक्रवार के दिन तुलसी के पौधे में कच्चा दूध चढ़ाते रहे। आपकी परेशानी जल्द ही दूर हो जाएगी। तुलसी माता अपने भक्तों को कभी भी निराश नहीं करती। नंबर पांच जहाँ पर अस्थायी रूप से नियमित तौर पर

 

तुलसी में दीपक जलता है तो भूलकर भी भूत प्रेतआत्मा उस घर में भटकती भी नहीं है बल्कि जहाँ पर तुलसी का पौधा लगा होता है तो उस घर से नकारात्मक ऊर्जा कोसों दूर रहती हैं। नंबर छेअगर आपके घर में पैसों की तंगी रहती है और घर की जमा पूंजी धीरे धीरे कम होती जा रही है तो ऐसे में आप तुरंत तुलसी का पौधा घर पर ले आए और नियमित रूप से उसकी पूजा करें और देखें तुलसी माता का चमत्कार।

 

नंबर सात 100 गुना फल की प्राप्ति के लिए विष्णु भगवान की पूजा में तुलसी के पत्तों का बहुत महत्त्व है। कहते हैं अगर आपके पास भगवान को चढ़ाने के लिए कोई भोगना हो तो केवल तुलसी का पत्ता चढ़ा दें। वह प्रसन्न हो जाती है। वैसे तो प्रत्येक देवी देवता की पूजा में तुलसी दल का उपयोग किया जाता हैलेकिन भगवान शंकर और गणेश की पूजा में तुलसी का उपयोग नहीं किया जाता। नंबर आठ अगर आपके बच्चे को किसी की बुरी नजर लगी है

 

तो उसे बचाने के लिए तुलसी के साथ पत्ते और सात काली मिर्च के दाने मुट्ठी में लेकर बच्चे के सिर से पैर तक सात बार उतारकर घर के पीछे की तरफ रख दें। सब ठीक हो जाता है। ये आपको क्लॉक वाइज डायरेक्शन में घुमाना हैं यानी घड़ी की सुई की दिशा में उतारनी है। नम्बर नौ परेशानी को जड़ से खत्म करने के लिए और बिमारी को दूर भगाने के लिए शाम होने से पहले चार पांच तुलसी के पत्ते तोड़कर तकीये  के नीचे रखकर सो जाएं।

 

और सुबह होने के बाद कुछ पत्ते खाले । धीरे धीरे आपकी सभी समस्या खत्म हो जाएंगी। ऐसे में बचे हुए पत्ते फिर से तकिए के नीचे रखकर सो जाएं और सुबह खा लें। ये नियम अपनाएं और देखें चमत्कार नंबर 10 ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि तुलसी की माला पहनने से बुध और गुरु ग्रह बलवान हो जाते हैं। ज्योतिष के अनुसार कहा जाता है कि तुलसी की माला पहनने से सभी प्रकार के सुख मिलते हैं और कोई बुरी नज़र।

 

कभी नहीं लगती। तुलसी की माला पहनने से पहले इसे गंगाजल और धूप दिखाना चाहिए। तुलसी की माला पहनने से पहले मंदिर में जाकर श्री हरि की पूजा करनी चाहिए। जो लोग तुलसी की माला पहनते हैं तो उन्हें प्याज और लहसुन और मास मदिरा का सेवन छोड़ देना चाहिए। नंबर 11 यदि आपका हर कार्य सफल हो जाता है तो ऐसे में आप तुलसी के पौधों की जड़ को लेकर उसे गंगाजल से धो लें। इसके बाद ही इसकी ठीक तरह से पूजा करें और फिर पीले कपड़े में बांध कर रख दे।

 

धीरे धीरे आपकी सभी समस्याओं का अंत हो जाएगा। नंबर 12 जो व्यक्ति तुलसी के पाउडर का इस्तेमाल करते हैं तो वो हमेशा भयंकर से भयंकर बिमारी से बचा रहता है तो उसी का पाउडर कई अनेकों बीमारियों को चढ़ से खत्म करता है। नंबर 13 जो व्यक्ति सच्चे दिल से तुलसी विवाह करवाता है तो सभी देवी देवताओं की कृपा उस पर बरसती हैं। तुलसी माता से देव उसके साथ रहती है और उसके हर बिगड़े कार्य को पूरा कर देती है। नंबर 14

 

तुलसी को कौन सी दिशा में रखें आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी का पौधा लगाने के लिए उत्तर दिशा या उत्तर पूर्व दिशा या फिर पूर्व दिशा का चुनाव करना चाहिए। सबसे उत्तम है नंबर 15 तुलसी का पौधा कभी भी घर पर लाए तो बृहस्पतिवार के दिन ही लाए और सुबह के समय ही लगाएं और ऐसे में गलती से भी तुलसी के नीचे ना ही शिवलिंग को रखें और ना ही गणेश की प्रतिमा को इस बात का विशेष ध्यान रखें कि तुलसी पर कभी भी गंदा

 

यह शुद्ध जल नहीं चढ़ाना चाहिए। हमेशा साफ शुद्ध जल का ही उपयोग करें। अगर जो पानी पीने के लायक ना हो तो ऐसे जल का उपयोग ना ही करें जिससे जल को आप पीने के लिए उपयोग कर सकते हैं। ऐसे जल से ही तुलसी को पानी देना चाहिए। इसके अलावा कुछ और बातों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। अगर आपने घर की तुलसी छत पर रखी है तो निश्चित रूप से आपके घर की उत्तर दिशा में चीटियां निकलनी शुरू हो जाएंगी। घर की उत्तर दिशा में कहीं ना कहीं दरारें पड़नी भी शुरू हो जाएंगी।

 

जिन लोगों के घर पर तुलसी का पौधा नहीं होतावहाँ पर कबूतर अपना घोंसला बना लेते हैं। इसे बुरे केतु की निशानी माना जाता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि दक्षिण पश्चिम में और दक्षिण में हमेशा श्यामा तुलसी रखी जाती है। श्याम तुलसी में पत्तियाँ बिलकुल हरी और बड़ी होती है। इससे तुलसा जी भी कहते हैं। तुलसाजी को दक्षिण दिशा में रखने पर वास्तुदोष दूर होता है। दोस्तों तुलसी को घर की छत पर रखा शुभ नहीं माना जाता। अगर आपके पास उसी जी को छत पर रखने के सिवाय कोई और जगह नहीं है।

 

एक विशेष उपाय करें तुलसी को कभी भी अकेले न रखें। हमेशा उसे केले के पौधे के साथ रखे। दोनों पौधे बिल्कुल साथ में रखें और इसे मौली से बांध लें। इससे आपको वास्तुदोष की हानि नहीं होगी।


सबसे ज्यादा जो महिलाएं सवाल पूछना चाहती हैं वे ये है की क्या मासिक धर्म के दौरान तुलसी की पूजा की जा सकती हैक्या महिलाएं तुलसी को मासिक धर्म के दौरान जल चढ़ा सकती है या नहींतो चलिए इसके बारे में भी जान लेते है दोस्तों मासिक धर्म के दौरान औरतें अपवित्र होती है और इसीलिए मासिक धर्म के दौरान कुछ काम ऐसे हैं जो नहीं करने चाहिए। जैसे अचार को हाथ नहीं लगाना चाहिए वो खराब हो जाता है। मंदिर नहीं जाना चाहिएचौराहे पर नहीं जाना चाहिए क्योंकि इससे बुरी नजर लग सकती है।


ऐसे ही पौधों में पानी भी नहीं देना चाहिए। इससे पौधे सूख जाते हैं और कोई भी धार्मिक कार्य भी नहीं करने चाहिए। इसीलिए आपको मासिक धर्म के दौरान तुलसी को जल भी अर्पण नहीं करना चाहिए। तुलसी व्रत भी नहीं करना चाहिए। तुलसी के पास भी नहीं जाना चाहिए वरना तुलसी का पौधा सूख सकता है। तुलसी पवित्र हो जाती है। तुलसी की पवित्रता का खास ख्याल रखा जाना चाहिए। मासिक धर्म के दौरान चौथे दिन स्नान करने के बाद ही आपको कोई धार्मिक कार्य करना चाहिए।



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