Tulsi puja चाहे मर जाना ऐसी तुलसी कभी घर में मत लगाना पूरा घर नष्ट हो जाता है मां होती है क्रोधित
दोस्तों चाहे मर जाना लेकिन भूलकर भी ऐसी तुलसी कभी घर में मत लगाना नहीं तो आपके घर में हमेशा परेशानी आएंगी। ऐसी तुलसी कभी ना लगाएं।
दोस्तों
घर में तुलसी होना हिंदू धर्म में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। सभी देवी देवताओं की
कृपा हमेशा ऐसे घर पर बनी रहती है जहाँ पर तुलसी का पौधा होता है। गरुण पुराण में तुलसी माता का उल्लेख विस्तार पूर्वक
बताया गया है। हिंदू धर्म में घर क्या जिंस घर में तुलसी का पौधा ना हो नियमित तुलसी
के दर्शन करने से भी व्यक्ति को बड़ी से बड़ी कामयाबी प्राप्त हो जाती है। तुलसी का
पत्ता खाने से
कई 1000 गुणा व्यक्ति पर
सकारात्मकता का संचार होता है। तुलसी माता ने ऐसा वरदान दिया था कि जो व्यक्ति
अपने घर पर श्रद्धापूर्वक मेरी आराधना करेगा वह कभी दुखी नहीं रहेगा और घर में
बुरी शक्ति का साया कभी वास नहीं कर पाएगा। इसी के साथ ही क्या आप जानते हैं चाहे
मर जाना, लेकिन भूलकर भी ऐसी तुलसी कभी घर में मत लगाना,
पूरा घर उल्टा बर्बाद हो जाता है।
माता
तुलसी क्रोधित हो जाती है। दोस्तों आगे बढ़ने से पहले हमारा चैनल सब्सक्राइब करके
और इस बेल आइकन को जरूर प्रेस करे। तो चलिए जानते हैं।
दोस्तों
कभी भी गन्दी मिट्टी में तुलसी का पौधा मत लगाना। इससे नकारात्मक। उर्जा का साया
प्रवेश करता है और माता तुलसी नाराज हो जाती है। घर में सूखी तुलसी नहीं रखी जाती, इससे अकाल मृत्यु का खतरा बना
रहता है। घर की सुख, समृद्धि सब खत्म हो जाती है। घर में
सूखी तुलसी होनेसे माता लक्ष्मी।
कभी
वास। नहीं करती, चाहे
कुछ भी हो जाए अगर आपकी तुलसी सूख गई है। तो इससे यह पता चलता है कि आने वाले समय
में आप का बहुत बुरा समय आ सकता है। शास्त्रों में बताया जाता है कि सूखी तुलसी घर
में लगाने पर माँ तुलसी का अपमान माना गया है। ऐसे घर से हमेशा हमेशा के लिए तुलसी
माता क्रोधित रहती है। दोस्तों मासिक धर्म में किसी भी पौधे में पानी नहीं डालना
चाहिए, खासकर तुलसी में तो भूलकर भी नहीं डालना चाहिए। ऐसा
करने से तुलसी का पौधा सूख सकता है और घर की सुख शांति
सब भंग
हो सकती हैं। तुलसी के पौधे में नियमित साफ सफाई करना चाहिए। सूखे हुए पत्ते को
इधर उधर नहीं फेंकना चाहिए। मिट्टी में या गंगा में विसर्जित कर देना चाहिए। तुलसी
के पौधे में केमिकल नहीं डालना चाहिए। तुलसी में हमेशा खाद्य पदार्थ या कम्पोस्ट
ही लगाना चाहिए। दोस्तों तुलसी के पौधे में जल देते समय पैरों में चप्पल नहीं होना
चाहिए और वो जल आपके पैरों में नहीं गिरना चाहिए।
जिससे
धन हानि का खतरा बना रहता है और व्यक्ति को पाप लगता हैं। तुलसी माता के नियमित
दर्शन करने से व्यक्ति को स्वर्ग की प्राप्ति होती है और सकारात्मकता का संचार
पूरे घर परिवार पर बना रहता है। दोस्तों आयुर्वेद के अनुसार किसी भी पत्ते को
नाखून से नहीं तोड़ना चाहिए, खासकर तुलसी के पत्ते को नाखून से तोड़ने पर व्यक्ति को बिमारी लगती है,
उल्टा घर में बीमारियां प्रवेश करती है।
दोस्तों
तुलसी का पौधा हमेशा घर के बीचोबीच में लगाना चाहिए। बहुत ही शुभ और मंगलकारी माना
गया है। तुलसी का पौधा घर में लाने से पहले हमेशा याद रहे बुरे भाव से घर में नहीं
लगाना चाहिए अर्थात लालच में आकर तुलसी का पौधा कभी घर में नहीं लगाना चाहिए। इससे
माता लक्ष्मी नाराज हो जाती है। दोस्तों अगर आपके घर में एक से ज्यादा तुलसी के
पौधे निकल आए हैं तो आप अपने पड़ोसियों में।
किसी
को दे सकते हैं या उन पौधों को निकाल कर मिट्टी में दबा दें या गंगा में विसर्जित
कर सकते हैं। शास्त्रों में कहा जाता है कि एक से ज्यादा घर में जब तुलसी निकल आती
है तो बहुत ही शुभ माना गया है। ये साक्षात माता लक्ष्मी के आने के संकेत माने
जाते हैं। देवी लक्ष्मी आपसे बहुत खुश हैं दोस्तों तुलसी
के
आसपास। कपड़े आदि नहीं सुखाना चाहिए। जूते चप्पल लेकर नहीं जाना चाहिए मासिक धर्म
महिलाओं को तुलसी से। दूर रहना चाहिए। अगर आपने मांस खाया है या धूम्रपान या मदिरा
पी लिया है तो तुलसी। के आसपास। भूलकर भी मत जाना ऐसे में अगर आपने शारीरिक संबंध
बनाए हैं तो तुलसी। के आसपास। कभी ना जाएं। इससे तुलसी का पौधा अपवित्र हो जाता है
और घर में भयंकर गरीबी करती है। तुलसी में कभी शिवलिंग को नहीं रखना चाहिए। गणेश
की प्रतिमा भी तुलसी में नहीं रखना चाहिए। इससे उल्टा घर में विनाश होता है। नियमित
तुलसी में दीपक जलाने से कई करोड़ों पुण्य व्यक्ति को प्राप्त हो जाती है और
व्यक्ति स्वर्ग की ओर जाता है। दोस्तों होता है घोर अनर्थ तुलसी के पास इन पौधों
को कभी नहीं लगाना चाहिए। ये पौधे अशुभ होने के साथ साथ पूरे घर का विनाश भी करते
है। माँ तुलसी होती है क्रोधित आज ही इन पौधों को घर से बाहर करें।
तो
चलिए जानते हैं उस पौधे का नाम जिसे जानकर आप चौंक जाएंगे वो पौधा कोई और नहीं
बल्कि नागफनी का पौधा है। जी हाँ,
नागफनी का पौधा तो आपने जरूर देखा होगा। आपको बता दें आप ऐसे कई
घरों को देख सकते हैं जहाँ पर नागफनी का पौधा कभी नहीं होता है।
क्योंकि
ये पौधा नकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। शास्त्रों के अनुसार पुराण में बताया
जाता है की जो पौधा हरी भरी कलियुग की उत्पत्ति ना करके कांटे की उत्पत्ति करता हो
तो उसमें पत्तियाँ ना के बराबर हो तो उन पौधों को घर में कभी नहीं लगाना चाहिए।
खासतौर से बताया जाता है की किसी भी धार्मिक स्थल पर नागफनी का पौधा नहीं लगाना
चाहिए। खासकर बात जब तुलसी के पौधे की आती है तो घर में कभी भी।
तुलसी
के पास नागफनी का पौधा कभी नहीं लगाना चाहिए। ये नकारात्मक ऊर्जा का संचार बहुत तेजी से करता है। माता
तुलसी के साथ साथ महालक्ष्मी भी ऐसे घर में वास नहीं करती जहाँ पर नागफनी का पौधा
होता है। इसीलिए आज ही अपने घर से इन पौधों को बाहर कर दें। ये पौधा अशांति फैलाने
के साथ साथ
भूत, प्रेत
आत्माओं को भी आकर्षित करता है ये। बुरी शक्तियां। का प्रतीक माना जाता है।
दोस्तों शास्त्रों में बताया जाता है की अगर माता तुलसी के साथ साथ महालक्ष्मी की
कृपा भी जो व्यक्ति पाना चाहता है तो तुलसी के पौधे के पास केले का पौधा जरूर
लगाना चाहिए। इसे सर्वश्रेष्ठ। उत्तम मंगलकारी माना जाता है। इससे महालक्ष्मी के
साथ साथ। विष्णु की। कृपा भी। मिलती। है।
महा लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती
है।
दोस्तों
जीस घर की तुलसी में ये एक चीज़ नहीं रखी जाती तो उस घर से लक्ष्मी कोसों दूर रहती
है। साथ ही तुलसी माता होती है। क्रोधित और आप कोई भी कार्य करोगे कभी सफल नहीं
होंगे। दोस्तों नंबर वन तुलसी का पौधा घर में है तो उसके साथ शालीग्राम को जरूर
रखें। वरना
बुरा समय आपको घेर सकता है। श्री विष्णु का पूजन विशेष पत्र के रूप में भी होता
है। जिसे शालिग्राम कहा जाता है। ये काले रंग का पत्थर होता है जिसे भगवान विष्णु
का साक्षात् स्वरूप माना जाता है। शालिग्राम के पत्थर नेपाल में बहने वाली गंडकी नदी में पाए
जाते हैं।
और जीस
घर में तुलसी के साथ शालिग्राम को भी रखा जाता है तो उस घर में विष्णु के साथ साथ
लक्ष्मी जी की भी कृपा बनी रहती है। धन दौलत की। कमी, बिल्कुल। भी नहीं होती। खुशियाँ
उस घर में अपना बसेरा बना लेती है। दोस्तों नंबर टू शास्त्रों में साफ साफ लिखा है
जिंस घर में शालिग्राम रखा होता है। तो वहाँ पर सकारात्मक। ऊर्जा का भंडार होता
है। साथ ही घर में कोई भी व्यक्ति बिमारी से पीड़ित नहीं होता और तरक्की आपके कदम
चूमती है। यदि जीस घर में तुलसी के पौधे के नीचे रखकर पूजा की जाती है, भगवान विष्णु माता लक्ष्मी का बास होता है।
ऐसे घर
में कभी भी पैसों से संबंधित कोई समस्या नहीं रहती। ये भी लिखा है कि शालिग्राम
शिला का जो लगता है वो सम्पूर्ण तीर्थ में स्नान कर लेता है। और जो इसका अभिषेक करता
है तथा पृथ्वी की प्रशिक्षणआ के उत्तम फल का अधिकारी बन जाता है। मृत्यु काल में
इनके चरणामृत काजल आपण करने वाला सभी पापों से मुक्ति पा लेता है तथा विष्णु लोक
को चला जाता है। जिंस घर में सालिग्राम का
नित्य पूजा होता है उसमें वास्तु और बाधाएं अपने आप खत्म हो जाती है। पुराण के
अनुसार तुलसी दास पुराण के अनुसार श्री राम जी का तुलसी दास चरित्र पीने से भयंकर
से भयंकर विश का तुरंत नाश हो जाता है।
दोस्तों
नंबर थ्री अब जानिए शालिग्राम की पूजा कैसे की जाए? घर में सिर्फ एक ही शालिग्राम की पूजा करनी
चाहिए। विष्णु की मूर्ति से कहीं ज्यादा उत्तम है शालिग्राम की पूजा करना। शालिग्राम
पर चंदन लगाकर उसके ऊपर तुलसी का एक पत्ता रखा जाता है। प्रतिदिन शालिग्राम को
पंचामृत से स्नान कराया जाता है। जिंस घर में शालिग्राम की पूजा होती है उस घर में
लक्ष्मी का सदैव बास रहता है। शालिग्राम पूजन करने से अगले पिछले सभी जन्मों के
पाप नष्ट हो जाते हैं। शालिग्राम सात्विकता के प्रतीक हैं उनके पूजन में आचार
विचार।
की
शुद्धता। का विशेष ध्यान रखा जाता है। दोस्तों तुलसी तो सब लगाते हैं लेकिन इस बात
को बहुत कम लोग जानते हैं। इसीलिए तुलसी के नीचे बांधे ये चीज़ माँ तुलसी का मिलता
है ढेर सारा आशीर्वाद हमेशा याद रहे माता रानी को चुनरी अवश्य चढ़ाना चाहिए। तुलसी
न केवल एक पौधा है बल्कि यह हमारी माँ है। आपको बता दे। तुलसी को चुनरी उड़ाकर रखा
जाता है, लेकिन इस बात का ध्यान खास कुछ
लोग ही रखते हैं। कई लोग ये भी गलतियाँ करते हैं। तुलसी की चुंदरी काफी पुरानी हो
जाती है। बा फट जाती है लेकिन एकादशी या फिर अन्य कोई शुभ दिवस पर तुलसी की चुनरी।
लोग
बदल देते हैं लेकिन आपको ना?
केवल त्योहारों पर चुंदरी बदलना चाहिए बल्कि साफ सुथरी चुनरी,
माँ तुलसी को हमेशा उड़ाना चाहिए। बगैर चुनरी के माँ अच्छी नहीं
लगती। ब तुलसी माँ नाराज होती है और आपको फलों की प्राप्ति नहीं हो पाती है। तुलसी
में कई दिव्य शक्तियां विराजमान हैं। जो लोग तुलसी विवाह कराते हैं तो उन्हें कभी
कष्ट नहीं आती हैं होती हैं। स्वर्ग की
प्राप्ति माँ बड़ी प्रसन्न होती है।
दोस्तों
अगर आपके पास चुंदरी नहीं है तो माँ तुलसी को ये बाली चुनरिया उड़ा सकती है जो कि
कुछ इस प्रकार से दिखती है। लेकिन हाँ, खाली पौधा कभी घर में ना लगाएं, इससे तुलसी माँ नाराज होती है और आपको फलों की प्राप्ति नहीं हो पाती है।
दोस्तों तुलसी के पास ये चीज़ कभी ना रखे तुलसी माँ होती है क्रोधित जहाँ तुलसी का
पौधा होता है वहाँ आपको अपने मुख से करवे बोल नहीं बोलना चाहिए। इसके आसपास जूते, चप्पल, झाड़ू, पोछा रखना भी पाप
माना जाता है। तुलसी के आसपास थूकना भी?
घोर
अनर्थ पाप माना जाता है। तुलसी के पौधे में शिवलिंग और गणेश की प्रतिमा नहीं रखना
चाहिए। तुलसी में कोई अन्य पौधे नहीं लगाना चाहिए। तुलसी का पौधा जहाँ भी हो वहाँ
पर सदैव साफ सफाई होना चाहिए। तुलसी के पास कपड़े नहीं सुखाना चाहिए। तुलसी का
पत्ता नाखून से नहीं तोड़ना चाहिए। माता क्रोधित होती है।
तुलसी
के पत्ते सूख कर गिर जाते है तो उन्हें
कूड़े में नहीं डालना चाहिए। पानी में या मिट्टी में दबा देना चाहिए। तुलसी का
पत्ता रविवार को नहीं तोड़ना चाहिए और ना ही रविवार को पूजा करनी चाहिए। तुलसी में
सुबह शाम पूजा करना चाहिए और शाम के वक्त दीपक जला देना चाहिए। दोस्तों अगर आप
सच्चे दिल से माता तुलसी को अपने घर पर बुलाना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में लिखें
माता तुलसी आपका स्वागत है। हमारे घर में माँ के लिए एक लाइक तो बनता है जय माता
तुलसी, धन्यवाद
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